Non Banking Financial Company (NBFC
Non Banking Financial Company (NBFC

Non-Banking Financial Companies (NBFCs) भारत के वित्तीय क्षेत्र का एक अभिन्न हिस्सा हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। NBFCs ने अपनी व्यापक सेवाओं और लचीले दृष्टिकोण के कारण पारंपरिक बैंकिंग का एक प्रभावी विकल्प प्रदान किया है। पिछले कुछ वर्षों में क्रेडिट और वित्तीय सेवाओं की बढ़ती मांग के साथ, NBFC सेक्टर ने तेज़ी से वृद्धि देखी है। फिर भी, कई लोग इनके कार्य, महत्व और कार्यप्रणाली से अनजान हैं। इस लेख में, हम NBFCs की विस्तृत जानकारी साझा करेंगे।

Non-Banking Financial Companies (NBFCs) क्या हैं?

NBFCs वित्तीय संस्थाएँ हैं जो लोन, इंश्योरेंस, एसेट मैनेजमेंट जैसी सेवाएँ प्रदान करती हैं। लेकिन इनके पास बैंकिंग लाइसेंस नहीं होता। NBFCs बैंक की तरह जनता से डिमांड डिपॉजिट स्वीकार नहीं कर सकतीं। हालांकि, ये निदेशकों, शेयरधारकों और उनके परिवार के सदस्यों से डिपॉजिट स्वीकार कर सकती हैं।

उदाहरण के लिए, MoneyTap जैसे फिनटेक प्लेटफ़ॉर्म ने NBFC लाइसेंस प्राप्त किया है, जिससे वे अपने उपयोगकर्ताओं को और अधिक उन्नत सेवाएँ प्रदान कर सकते हैं।

NBFCs के प्रकार

NBFCs को उनके कार्यक्षेत्र और सेवाओं के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है:

प्रकार विवरण
Investment Company (IC) निवेश और प्रतिभूतियों के अधिग्रहण में विशेषज्ञ।
Asset Finance Company (AFC) ऑटोमोबाइल, मशीनरी, और अन्य उपकरणों की फाइनेंसिंग।
Loan Company (LC) आम जनता को लोन और एडवांस प्रदान करना।
Systemically Important Core Investment Company (CIC-ND-SI) ₹100 करोड़ या उससे अधिक की संपत्ति वाली कंपनियाँ, जो 90% संपत्ति का निवेश करती हैं।
Infrastructure Finance Company (IFC) ₹300 करोड़ की नेट ओन्ड फंड्स और 75% संपत्ति इंफ्रास्ट्रक्चर लोन में लगाई जाती है।
NBFC-Micro Finance Institution (NBFC-MFI) कम आय वर्ग के व्यक्तियों को माइक्रोफाइनेंस प्रदान करना।
NBFC-Factors व्यापार फैक्टोरिंग में विशेषज्ञ, जिसमें चालान को छूट पर खरीदा जाता है।

NBFCs में नए प्रकार की श्रेणियाँ

समय के साथ NBFCs ने अपने मॉडल में बदलाव किए हैं। उदाहरण के लिए:

  • Housing Finance Companies (HFCs): ये NBFCs घर खरीदने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं।
  • Peer-to-Peer Lending Platforms (P2P Lending): डिजिटल माध्यम से कर्जदाताओं और कर्ज लेने वालों को जोड़ने वाली NBFCs।
  • Payment Banks: सीमित बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करने वाली NBFCs।

NBFCs द्वारा दी जाने वाली सेवाएँ

NBFCs विभिन्न वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती हैं, जो व्यक्तिगत से लेकर व्यावसायिक जरूरतों तक को पूरा करती हैं।

व्यक्तिगत सेवाएँ

  • Personal Loans: बिना किसी संपार्श्विक (collateral) के आसानी से उपलब्ध।
  • Home Loans: घर खरीदने या निर्माण के लिए।
  • Vehicle Loans: कार, बाइक, और अन्य वाहन खरीदने के लिए।
  • Gold Loans: आपके स्वर्ण आभूषणों को संपार्श्विक के रूप में उपयोग करके लोन।
  • Microfinance: कम आय वर्ग के लोगों को छोटे लोन।

व्यावसायिक सेवाएँ

  • Leasing और Hire-Purchase Services: बिज़नेस एसेट्स और मशीनरी की फाइनेंसिंग।
  • Factoring Services: चालानों को नकद में बदलने की सुविधा।
  • Infrastructure Loans: बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए।

निवेश और प्रबंधन सेवाएँ

  • Asset Management: निवेश पोर्टफोलियो की योजना और प्रबंधन।
  • Insurance Services: जीवन, स्वास्थ्य और संपत्ति बीमा।

आधुनिक सेवाएँ

  • Digital Lending: मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोन।
  • Credit Card Services: आसान क्रेडिट एक्सेस के लिए।

NBFCs का नियमन

NBFCs को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा नियंत्रित किया जाता है। RBI NBFCs को लाइसेंस जारी करता है, उनके कार्यों की निगरानी करता है, और उन्हें निर्धारित मानकों का पालन करने को बाध्य करता है।

NBFCs पर RBI के नियम

  • NBFCs को अपने वित्तीय अनुपात (financial ratios) को बनाए रखना होता है।
  • केवल उन NBFCs को सार्वजनिक डिपॉजिट लेने की अनुमति है, जिनके पास उच्च निवेश ग्रेड रेटिंग है।
  • NBFCs को ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए पारदर्शिता बनाए रखनी होती है।

ध्यान दें: RBI समय-समय पर NBFCs के लिए दिशानिर्देश जारी करता है, जैसे कि पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CRAR) बनाए रखना।

वित्तीय बाजार में NBFCs की भूमिका

NBFCs उन व्यक्तियों और व्यवसायों को वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती हैं, जो पारंपरिक बैंकिंग सेवाओं से वंचित रहते हैं। विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में, NBFCs ने वित्तीय समावेशन (financial inclusion) में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

NBFCs के योगदान

  1. लोन वितरण में सरलता: NBFCs तेजी से लोन स्वीकृति और वितरण प्रदान करती हैं।
  2. अप्रत्यक्ष रोजगार: NBFCs विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार सृजन में मदद करती हैं।
  3. ग्रामीण विकास: छोटे किसानों और व्यापारियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं।
  4. नवाचार: डिजिटल लेंडिंग, P2P लेंडिंग, और अन्य आधुनिक सेवाओं में इनोवेशन।

NBFCs और बैंक में मुख्य अंतर

पैरामीटर NBFCs Banks
डिमांड डिपॉजिट स्वीकार नहीं कर सकतीं। स्वीकार कर सकती हैं।
चेक जारी करना स्वयं के नाम पर चेक जारी नहीं कर सकतीं। चेक जारी कर सकती हैं।
भुगतान प्रणाली भुगतान प्रणाली का हिस्सा नहीं। भुगतान प्रणाली का हिस्सा।
डिपॉजिट इंश्योरेंस उपलब्ध नहीं। उपलब्ध।
विनियमन RBI द्वारा नियंत्रित। RBI और अन्य संस्थानों द्वारा नियंत्रित।

MoneyTap ने प्राप्त किया NBFC लाइसेंस!

MoneyTap, जो कि भारत का पहला ऐप-आधारित क्रेडिट लाइन प्लेटफ़ॉर्म है, ने हाल ही में NBFC लाइसेंस प्राप्त किया। इससे कंपनी को अपने उपयोगकर्ताओं को उन्नत और अधिक सुलभ वित्तीय सेवाएँ प्रदान करने में मदद मिलेगी।

अनुज कक्कर, COO और Co-Founder ने कहा:

“NBFC लाइसेंस हमारे व्यवसाय को तेज़ी से बढ़ाने और ग्राहकों को केंद्र में रखते हुए इनोवेशन को बढ़ावा देने में मदद करेगा।”

FAQs

1. NBFCs और बैंक में क्या अंतर है?

NBFCs बैंक की तरह वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती हैं लेकिन इनके पास बैंकिंग लाइसेंस नहीं होता।

2. क्या NBFCs को RBI नियंत्रित करता है?

हाँ, NBFCs को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) नियंत्रित करता है।

3. NBFCs कौन-कौन सी सेवाएँ प्रदान करती हैं?

NBFCs लोन, माइक्रोफाइनेंस, इंश्योरेंस, एसेट मैनेजमेंट, और फैक्टोरिंग सेवाएँ प्रदान करती हैं।

4. क्या NBFCs सार्वजनिक डिपॉजिट स्वीकार कर सकती हैं?

केवल उन्हीं NBFCs को सार्वजनिक डिपॉजिट स्वीकार करने की अनुमति है, जो RBI द्वारा अधिकृत हैं और जिनकी इन्वेस्टमेंट ग्रेड रेटिंग है।

यह विस्तृत लेख NBFCs की बुनियादी जानकारी से लेकर उनके योगदान और उनकी सेवाओं तक सभी पहलुओं को कवर करता है। अगर आप वित्तीय सेवाओं में रुचि रखते हैं, तो NBFCs के कार्य और महत्व को समझना आपके लिए उपयोगी होगा।

अर्जुन शर्मा

By अर्जुन शर्मा

अर्जुन शर्मा एक अनुभवी वित्तीय ब्लॉगर हैं, जो व्यक्तिगत वित्त, निवेश, बजट प्रबंधन और धन बचत पर विशेषज्ञता रखते हैं। इनका उद्देश्य जटिल वित्तीय विषयों को सरल और समझने योग्य बनाना है, ताकि हर व्यक्ति वित्तीय स्वतंत्रता की ओर कदम बढ़ा सके। अर्जुन के ब्लॉग में आपको निवेश की रणनीतियाँ, टैक्स बचत के तरीके, और बेहतर वित्तीय निर्णय लेने की प्रेरणा मिलेगी।

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